Shayari:
अब फर्क नहीं पड़ता तू किसके साथ है, क्योंकि मैं अब तुझे याद भी नहीं करता। तेरे झूठ से टूटा था मैं कभी, अब सच भी कह दे, तो भरोसा नहीं करता।
कुछ बातें लफ़्ज़ों में कहना मुश्किल होता है, लेकिन Shayari दिल की आवाज़ बन जाती है। SAYRI: "तेरी मोहब्बत को लफ्ज़ों में कैसे कह दूँ,...
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