तू कहता था बारिश में भीगना तुझे बहुत पसंद है,
अब हर बारिश में तुझे ढूँढता हूँ, और खुद भीगता हूँ।
कभी ये बूंदें तुझसे बातें करती थीं,
अब बस चुपचाप मेरे चेहरे से फिसल जाती हैं।
कुछ बातें लफ़्ज़ों में कहना मुश्किल होता है, लेकिन Shayari दिल की आवाज़ बन जाती है। SAYRI: "तेरी मोहब्बत को लफ्ज़ों में कैसे कह दूँ,...
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